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अगस्त 4, 2009 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

स्वच्छता को लाना होगा !

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हम जब विदेश जाते है तो गाँधी की स्वच्छता की बात जरुर सामने आयेगी ! कई विदेश से आने वालो को भारत में गुमना फिरना पसंद है किंतु पिशाब संडास की व्यवस्था कोई करते नही है ! अरे मुंबई में तो रेल की पटरियों पे कई लोग हाजत के लिए बैठे हम देख सकते है !! कूदो को गंदे की निकल व्यव्यस्था न होने के कारण लोग इधर उधर कचरा फैकते रहते है ! स्वच्छता को लाना होगा ! गाँधी के बाद कोई भी नेता ने इसी को प्राधान्य नही दिया है !!! मैंने देखा आज कल होशियार लोगो ने स्वच्छता को कीमती बना दिया है और इसीका वेपार  के भाग रुप  होने लगा है !!लारी पर अच्छी चाय मिलने पर भी फाइव स्टार होटल वाले देखे !! स्वच्छता की कीमत जुड़ जाती है !! ऐसा नहीं की भारत में भी कई जगह स्वच्छता विदेशो से कम नहीं लगतीहै !! कई शादी विवाह पार्टिया देखो !! रामोजी हैदरबाद में देखो !! मोदीजी का स्वच्छता अभियान की सोच एक बात से आशा वाद खड़ा करती है !! महात्मा गांधी आज भी जिन्दा है !! गांधीजी की बात विनोबाजी अवं सर्वोदय के कार्य कर में देखि जाती थी।  आज इतने सालो बात चलो कोई तो पि एम आया जिसने गांधी की एक बात को दोहराया है !!