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जून 9, 2010 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कर्म फल !!

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कर्मोके फल होते ही है ! सब अपने नहीं ! हो भी !! ना भी हो !!! थोड़े भी !!!! लेकिन होते जरुर है !!!!! यं यं चिन्तयते कामं तं तं प्राप्नोति निश्चितं !!!